सच्ची घटना : भूत होता है या नहीं
भूत–प्रेत
वैसे तो भूत प्रेत पर बहुत सारी कहानियां हैं लेकिन यह कहानी जो आप पढ़ने जा रहे हैं वह एकदम सच्ची घटना है तथा इसमें कुछ जोड़ जोड़ कर नहीं लिखा जा रहा है जो है सो है ।
2015 की बात है उस समय हमारे घर के सबसे बुजुर्ग हमारे बाबा जी की मृत्यु नहीं हुई थी उस दिन की रात मैं उन्हीं के साथ उनके ही कमरे में सोया था। ( एक बात बता दूं की भूत से मेरे बाबा को बहुत डर लगता था।)और उस समय मैं भी बच्चा था लेकिन मैं सोचता बहुत था तो उस दिन की रात बाबा रात को शौचालय जाने के लिए रूम से बाहर निकले तो उन्हें सामने वाले घर के दीवार पर कोई महिला नजर आई जोकि सफेद वस्त्र में थी उसके बाद बाबा मुझे जगाए और बोले कि देखो अंकुश वहां कौन हैं मैं तुरंत जग गया और बाहर आकर देखा तो वहां कोई नहीं था लेकिन बाबा बार-बार बोल रहे थे कि वहां कोई है वहां कोई है पर मुझे विश्वास हीं नहीं हो रहा था।
अगले दिन सुबह में बाबा मुझे सब बात बता रहे थे मुझे तो याद भी नहीं था कि रात को क्या हुआ था उसके बाद पता नहीं क्यों मुझे सामने वाले घर के दीवार से डर लगने लगा।
एक बार की बात है....मैं और मेरा प्रिय मित्र बबलू सुबह सुबह टहलने जा रहे थे... तो यूं ही हमलोगों को भूत से पाला पड़ा। मैं भी डर गया और बबलू भी.....!
हमलोग कुछ देर तक वही खड़ा होकर देखते रहें की आगे क्या करता है वो भूत तो थोड़ी देर बाद पता चला कि वो भूत नहीं था वो तो एक मधुमक्खी खोता लगाए हुए था जिसकी जनकारी के आभाव में हम भूत समझ के डर गए......😁
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